पायलट बनते ही युवक ने गांव के 22 बुजुर्गो को करवाया हवाई जहाज का सफर, बुजुर्गो ने कहा कि छौरे ने तो बुढ़ापे में सपना सच कर दिया

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आज हम आपको एक ऐसी खबर से रूबरू करवाने वाले है जिसके बारे में जान कर आप हैरान रह जायेंगे. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह खबर हरियाणा हिसार की है. गौरतलब है कि हरियाणा के सारंगपुर में एक युवक रहता है. जिसका नाम विकास है. दरअसल विकास बचपन से ही पायलट बनना चाहता था. जी हां विकास का बचपन से ही यही सपना था कि वह बड़ा हो कर पायलट बने. इसके साथ ही विकास ने यह भी सोचा था कि पायलट बनने के बाद वह गांव के बड़े बुजुर्गो को हवाई जहाज में सफर करवाएगा.

बरहलाल विकास ने न केवल अपना पायलट बनने का सपना पूरा किया, बल्कि गांव के बाइस बड़े बुजुर्गो को हवाई जहाज में सफर भी करवाया. केवल इतना ही नहीं इसके इलावा आपको जान कर हैरानी होगी कि विकास ने ये पूरा इंतजाम अपने ही खर्चे पर किया था. अब ये तो सब को मालूम ही है कि हवाज जहाज का खर्च कितना ज्यादा होता है. ऐसे में बाइस लोगो को अपने खर्चे पर हवाई जहाज का सफर करवाना आसान बात नहीं है. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस इंतजाम में करीब एक लाख रूपये का खर्च आया था.

वही अगर विकास के पिता की बात करे तो विकास के पिता महेंद्र ज्याणी फतेहाबाद के भूमि विकास बैंक में एक ब्राँच मैनेजर है. गौरतलब है कि विकास ने कैलिफोर्निया से दो लाख रूपये में पायलट का कोर्स किया था. बरहलाल इस कोर्स को करने के बाद वह साल 2016 में एक बेहतरीन पायलट बन गया. बता दे कि गांव के जिन बुजुर्गो को विकास ने हवाई जहाज में सफर करवाया है, उनकी ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं है. अब जाहिर सी बात है कि एक आम आदमी हवाई जहाज में सफर करने के लिए कितनी मेहनत करता है और हवाई जहाज में एक बार सफर करने का सपना तो हर किसी का होता है.

मगर बहुत कम लोग ऐसे होते है, जिनका यह सपना पूरा हो पाता है. ऐसे में विकास ने अपने गांव के बुजुर्गो का सपना सच कर के उन्हें बहुत बड़ी ख़ुशी दी है. गौरतलब है कि इस बारे में गांव के सत्तर साल के बुजुर्ग अमर सिंह का कहना है कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वो हवाई जहाज में बैठ भी सकेंगे. वही इस बारे में गांव की बुजुर्ग महिला का कहना है कि उसके खेत से हवाई जहाज एकदम चिड़िया की तरह ही दिखता है.

इसके इलावा विकास का कहना है कि जब वो बचपन में पायलट बनने की बात कहता था तब गांव के लोग उससे पूछते थे कि पायलट बनने के बाद हमें हवाई जहाज की सैर करवाएगा या नहीं. ऐसे में उसने अपने गांव के लोगो को हवाई जहाज में सफर करवाने का वादा किया था और आज उसने वो वादा पूरा भी कर दिया. गौरतलब है कि विकास गांव के बुजुर्गो को अमृतसर से दिल्ली लेकर गया था और फिर वापिस दिल्ली से अमृतसर भी लेकर आया.

बरहलाल हम तो यही कहेंगे कि अगर हर नौजवान बुजुर्गो को इतना मान सम्मान देने लगे तो देश और दुनिया की दशा ही बदल जाएगी.